Owen Jones - अस्वीकृत стр 5.

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“आज तुम कैसे हो, हेंग?” उसकी बीवी ने पूछा।

“भूखा….. नहीं, प्यासा,” उसने कहा, शब्द उसके मुंह से जैसे लुढ़कते हुए बाहर आए, जैसे पहाड़ों पर चट्टानें खिसकने से कोई गोल पत्थर लुढ़कता हुआ नीचे आता है।

“ठीक है, मेरे प्यारे, फिर उठ जाओ। हम तुम्हारे लिए थोड़ा और बढ़िया मिल्कशेक लाए हैं।”

महिलाओं ने सीधा बैठने में सहायता करने के लिए उसके तकिये ठीक किए, और फिर उसे कंबल उढ़ा दिया।

“इसे पी लो, मेरे प्यारे,” वान ने कहा, “यह वही सुगंध है जो तुम ने कल सबसे अधिक पसंद की थी।”

डा ने थोड़ा सा एक गिलास में डाला और उसके लिए उसमें एक स्ट्रॉ डाल दिया। हेंग ने जड़ी-बूटियों के हरे झाग वाले गुलाबी द्रव के दो गिलास पी लिए और वह तारो-ताज़ा हो गया था। उसने अंगड़ाई ली और चारों ओर ऐसे देखा, जैसे पहली बार देख रहा हो।

“तुम्हें अच्छा लगा, अं, हेंग?” डा ने पूछा। “मैं देख सकती हूँ कि जब से हम अंदर आए थे, तब से अब तुम काफी जीवंत लग रहे हो। क्या तुम्हें लगता है कि आज तुम नीचे आ पाओगे? सूरज की रौशनी तुम्हें काफी फायदा पहुंचाएगी….. तुम थोड़े पीले दिख रहे हो…..तुम यहीं तो नहीं बने रह सकते, है ना?”

हेंग ने उसकी ओर ऐसे देखा, जैसे वह कोई अजनबी भाषा बोल रही हो, और फिर उसने अपनी बीवी की ओर देखा।

“क्या तुम शौचालय जाना चाहते हो, हेंग? काफी समय हो गया, क्या तुम वहाँ नीचे अच्छा महसूस करोगे? क्या तुम अभी शौचालय जाना चाहते हो या मैं तुम्हारे लिए ऊपर एक बाल्टी ले आऊँ?”

“हाँ, अच्छा विचार है, मैं मलत्याग के लिए नीचे जाना चाहता हूँ, लेकिन पहले थोड़ा और मिल्कशेक।”

क्योंकि दोनों औरतों में से कोई भी नहीं जानती थी कि उसे कितना देना चाहिए, तो उन्होंने, जितना उसने मांगा, उसे पीने दिया और हेंग ने पूरा एक लीटर पी डाला।

डा बैठ गई और अवलोकन करने लगी, जबकि वान ने उसे कपड़े पहनने में सहायता की। जैसे ही मिल्कशेक ने प्रभाव डाला, हेंग और भी अधिक सक्रिय हो गया।

“तो चलो, हम तुम्हें कपड़े पहना कर नीचे ले चलें।”

दोनों महिलाओं ने एक एक बांह पकड़ी और लड़खड़ाते हुए हेंग की उसके पैरों पर चलने में सहायता करने लगीं। वह एक टेढ़े-मेढ़े पहियों वाली साइकल की तरह चल रहा था। जब वे उसे बाहर बाल्कनी में लाईं, तो वह तेज़ रौशनी में आँखें मिचमिचाने लगा, लेकिन यह तो अंधेरे कमरे में डेढ़ दिन बिताने के बाद किसी के भी साथ होता। डेन और डिन ने अपने पिता को अपनी बुआ और माँ की सहायता से नशेबाज़ों की तरह सीढ़ियाँ उतरते देखा।

वे डरे हुए थे कि वह कितना कमजोर और कितना अलग लग रहा था। हेंग हमेशा से छरहरा था, लेकिन अब वह मरियल और बर्फ की तरह सफ़ेद लग रहा था, जिसकी आँखों की जगह दो लाल बादाम थे। जब वह सांस लेने के लिए मेज़ से टिका तो वे आगे बढ़े।

“डेन, क्या तुम्हारे पास अब भी वह पुराना धूप का चश्मा है? मुझे लगता है कि तुम्हारे पिता को आज उसकी ज़रूरत है, क्योंकि उनकी आँखें थोड़ी संवेदनशील हैं।”

डा ने कहा, “क्या तुम डेन को अकेले शौचालय तक ले जा सकती हो, वान, या तुम्हें डेन की सहायता चाहिए होगी?”

“नहीं, मुझे लगता है, मैं कर लूँगी।”

वह उसे ले गई, हेंग अपने खाली हाथ से अपनी आँखों को ढक रहा था। जब पंद्रह मिनट बाद उन्होंने उसे वापस मेज़ पर बिठाया, तब वह इस प्रयास से थक गया सा लगता था।

“डिन, लपक कर ऊपर जाओ और एक चादर और कुछ तकिये ले आओ। क्या ले आओगी, प्लीज़? आज तुम्हारे पिता थोड़ी ताज़ा हवा और धूप लेने के लिए यहाँ आराम करेंगे। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी इतना समय घर के अंदर नहीं बिताया है, तो उनका शरीर इसका आदी नहीं है। उनकी स्थिति तो देखो…..”

इस पूरे समय, हेंग बोलने वालों का मुंह ताक रहा था, लेकिन बातों को समझ नहीं पा रहा था। उन्होंने उसे तकियों के द्वारा आराम से बैठाया और डेन ने उसे एकदम काला, आईने नुमा काँच वाला धूप का चश्मा पहनाया, जिस पर उसे एक दशक पहले तक, बहुत गर्व हुआ करता था, जब तक वह फैशन में था ।

परिणाम स्वरूप हेंग एक अजीब सी चिड़िया की तरह दिख रहा था, जिसे चश्मा पहना कर, सफ़ेद चादर में लपेट कर छत को सहारा देने वाले खंभे पर सजा दिया गया हो।

अच्छा, बच्चों, मुझे लगता है कि बेहतर होगा, यदि तुम जा कर अपने पिता के लिए थोड़ा और मिल्कशेक तैयार कर लो। वह आज बहुत भूखे दिख रहे हैं और यह एक अच्छा संकेत है। इससे लगता है कि हम सही जा रहे हैं।

“आप आज काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं, है ना पा?”

उन्होंने उसकी प्रतिक्रिया के लिए इंतज़ार किया, और फिर उसने बिलकुल एक उल्लू की तरह देखते हुए, हाँ में गर्दन हिलाई। डेन और डिन खिलखिलाते हुए चले गए, उन्हें इस प्राणी को, जो चौबीस घंटे पहले तक उनका पिता था, अपने पिता के समान समझना बहुत मुश्किल लग रहा था।

“आपको क्या लगता है, मुझे इस शाम हेंग के खाने के लिए कुछ बनाना चाहिए, बुआ डा?”

“यदि वह इसे खाएगा, तो इससे उसे नुकसान नहीं पहुंचेगा। लेकिन यह मिल्कशेक का विकल्प नहीं होगा।”

“हेंग, क्या तुम बाद में हमारे साथ कुछ खाना चाहोगे?”

हेंग ने ना में अपना सिर झूमाया, और अपनी बीवी को घूरने लगा।

“आज तुम क्या पका रही हो, वान?” डा ने पूछा।

मुर्ग या सूअर…. जो भी वह पसंद करे।

हेंग ने एक वक्ता से दूसरे वक्ता को देखना जारी रखा, जैसे वह किसी ऐसे देश में हो, जहां की भाषा उसे न आती हो।

“क्यों न उसी से पूछ लें? वह बेवकूफ नहीं है, या कम से कम मैं तो उसे बेवकूफ नहीं समझती।

“तुम आज की शाम क्या खाना चाहते हो, हेंग, सूअर या मुर्ग?”

उसने कुछ पल उसकी ओर देखा, फिर कहा:

“बच्चा…..”

“कौन सा? जो भी हो, हेंग, तुम बच्चों को नहीं खा सकते….यह ठीक नहीं होगा।”

“हमारे बच्चे नहीं….. बकरी के बच्चे….. हमारे पास कुछ हैं या नहीं?” हेंग ने कहा।

“हाँ, हमारे पास अभी भी कुछ हैं, लेकिन मुझे लगा कि हम उन्हें रेवड़ में शामिल करने वाले हैं।”

“केवल एक बच्चा।”

“हाँ, अच्छा, ठीक है, हेंग, यह देखते हुए कि तुम बीमार हो, मैं आज रात तुम्हारे लिए मेमने के चॉप पका दूँगी और बाक़ी हम सब के लिए थोड़ा सा सूअर।”

“मुझे मेरा वाला अधपका चाहिए, भुना हुआ, रसेदार नहीं, वान। आज मुझे थोड़े मांस, असली लाल मांस के लिए लालसा जग रही है।”

यह जान कर कि उनके पिता अभी उन्हें खाने का इरादा नहीं रखते, बच्चों को बड़ी राहत पहुंची।

जब ऐसा लग रहा था कि हेंग अपने रात के खाने के इंतज़ार में सो गया है, डेन ने अपनी माँ से पूछा कि क्या उसे लगता है कि वह एक न एक दिन उन्हें खाना चाहेगा।

“ओह, मुझे ऐसा नहीं सोचना चाहिए, डेन, अगर हम उनकी भूख को संतुष्ट करते रहेंगे तो नहीं, न ही हम जानते हैं कि अभी तक वे क्या हैं।”

“बुआ डा, आप हेंग की स्थिति के बारे में क्या सोचती हैं?”

“मुझे लगता है कि यह बहुत दिलचस्प है…… सच में बहुत ही दिलचस्प। तुमने कल देखा होगा, हेंग मौत के दरवाजे पर दस्तक दे रहा था, लेकिन अब वह हर घंटा अधिक सक्रिय होता जा रहा है, हालांकि वह वही हेंग नहीं दिख रहा है, जिसे हम सब इतनी अच्छा तरह जानते और इतना प्यार करते थे।”

“हमें देखना पड़ेगा कि यह नया हेंग किस तरह बदला है या हो सकता है कि जब वह अपनी नई खूराक का आदी हो जाए और समय के साथ ठीक हो जाए, जैसा वह बिना अपने शरीर में असली खून के था, तो हमें अपना हेंग वापस मिल जाए।”

“तुम्हारे अंदाजे उतने अच्छे नहीं होते, जितने मेरे होते हैं, लेकिन मैं स्वीकार करती हूँ कि यहाँ मैं एक नए क्षेत्र में हूँ और अपनी आत्मा दोस्तों से कुछ मश्वरे के बाद मैं आवश्यकतानुसार काम कर रही हूँ, हालांकि एक ने कहा था कि अधिक करुणाशील यह होगा कि हम उसे खत्म कर दें और उसे जीवन की नई शुरुआत करने का मौका दें।”

“इस सलाह के बारे में तुम क्या सोचती हो, वान?”

“अं, ईमानदारी से कहूँ तो, यह काफी कठोर उपाय है, आपको नहीं लगता, बुआ डा?”

“हाँ, लगता है, यहाँ मैं तुमसे सहमत हूँ, तभी तो मैं ने इसका सुझाव नहीं दिया था, लेकिन अगर चीज़ें हाथ से निकालने लगें तो यह भी एक विकल्प है।”

इस पूरे वार्तालाप के दौरान हेंग सोया हुआ दिख रहा था, लेकिन औरतों ने जांच नहीं की।

“क्या तुम्हें लगता है कि वह तकलीफ में है, बुआ डा?”

“वह काफी शांत दिख रहा है, नहीं? वह दोबारा बात करने लगा है और किसी तकलीफ का ज़िक्र नहीं किया है, इसलिए अगर तुम्हारी जगह मैं होती, तो मैं उसकी शारीरिक अवस्था को ले कर बहुत चिंतित नहीं होती, लेकिन तुम उसे और किसी से ज़्यादा बेहतर जानती हो, तो यह तुम्हारे ऊपर है कि तुम उसमें आने वाले किन्हीं भी मानसिक बदलावों पर नज़र रखो, और उनके बारे में मुझे बताओ, ताकि हम उन पर चर्चा कर सकें।”

“ठीक है, बुआ डा, मैं ऐसा ही करूंगी। देखिये, अगर आपको अन्य काम करने हैं, तो हमारे काम में फंसी मत रहिए। हम सब आपकी सहायता के लिए बहुत आभारी हैं, आपके बिना तो हेंग मर ही गया होता और हम सब इस हक़ीक़त से अच्छी तरह वाकिफ हैं। अगर ऐसा कुछ भी हो, जो हम आपके लिए कर सकें, तो आपको सिर्फ इतना करना है कि हमें बता दीजिएगा।”

“हाँ, धन्यवाद, वान, शायद मुझे कुछ घंटों के लिए घर जाना चाहिए, लेकिन मैं हेंग को मेमने का भोजन करते हुए देखना चाहूंगी, तो यदि मैं इस रात तुम लोगों के साथ सूअर के मांस का भोजन करूँ तो बहुत अच्छा होगा।”

“जहां तक मेरे भुगतान की बात है, अभी उसकी चिंता मत करो। हेंग मेरा प्यारा भतीजा है और मैं अपने भतीजों में से किसी को भी, अगर उसे रोकना मेरी शक्तियों के वश में हुआ तो, कुछ भी होता हुआ नहीं देखना चाहूंगी। “

“मैं पैदल घर जा सकती हूँ और पैदल ही वापस भी आ सकती हूँ….. तुम लोग किस वक़्त खाना खाओगे?”

“सात से साढ़े सात के बीच, जैसा हमेशा खाते हैं, और आप का स्वागत है।”

“ठीक है, मैं तब तक आ जाऊँगी, सात बजे मिलेंगे। अभी के लिए विदा।”

“विदा, बुआ डा, और आपकी सारी सहायता के लिए एक बार फिर धन्यवाद।”

जब डा वहाँ से चली गई तो वान को अपने पति के साथ अकेले रहना अजीब लगा। हेंग के बीमार पड़ने के बाद से यह पहली बार था, क्योंकि डेन बकरियों को ले कर नीचे धारा पर चला गया था, और डिन परिवार के सब्जी के खेत की रखवाली कर रही थी। वान को डेन से बात करनी थी कि वह बकरी के बच्चों में से किसी एक का वध करके उसका गोश्त बनाए, जो अपनी माओं के साथ झुंड में दौड़ रहे थे, लेकिन हेंग को अकेला छोडने में डर रही थी। डेन ही अकेली थी, जो जा सकती थी, तो उस ने उम्मीद रखी कि डिन खाना खाने के लिए वापस आएगी, जो वह आम तौर पर करती थी, तो वान को पूरा भरोसा था कि हेंग को उसके चॉप मिलेंगे।

उसने उससे बात करने की कोशिश की और चूंकि उन की बातें कोई और नहीं सुन रहा था, उसने प्यार मोहब्बत की बातें कीं।

“प्यारे हेंग, क्या तुम जाग रहे हो, मेरे प्यारे? हम सब….. मैं तुम्हारे लिए कितनी चिंतित थी….. अगर तुम मुझे सुन रहे हो तो कृपया जवाब दो।”

“हाँ बिलकुल, मैं जब जाग रहा होता हूँ तो मैं तुम को सुन सकता हूँ, लेकिन समय-समय पर मुझे झपकी आ जाती है, मॅड,” उसने अपनी नई, धीमी, घरघराती हुई आवाज़ में कहा, “और मुझे लगता है कि कुछ बातें मुझसे छूट गई हैं। कुल मिला कर, मैं काफी अच्छा, हालांकि कुछ अजीब महसूस कर रहा हूँ। मैं अब रात के खाने का इंतज़ार कर रहा हूँ।”

“क्या समय हो गया है?”

“पौने बारह बजे हैं, थोड़ी देर में हम दोपहर का खाना खाएँगे, क्या तुम को कुछ चाहिए?”

“इसमें क्या है?”

“ओह! एक सलाद…..”

“याख, खरगोशों का खाना!”

“लेकिन , लेकिन तुम्हें तो हरा सलाद कितना पसंद था, हेंग…..”

“अच्छा? मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे यह पसंद था इसकी मुझे याद तक नहीं है।”

“एक ऑमलेट कैसा रहेगा?”

“हाँ, उससे तो बेहतर ही लग रहा है। क्या तुम थोड़ा मिल्कशेक बना दोगी?”

“हाँ, बिलकुल, प्यारे, क्यों नहीं, मैं देखती हूँ, शायद मेरे पास थोड़ा सा बचा है, जो मैं ने तुम्हारे रात के पीने के लिए बनाया था।

हम आधे घंटे और देखेंगे कि डिन आती है या नहीं। मुझे उसके हाथ से डेन के लिए संदेश भिजवाना है कि वह तुम्हारे लिए एक मेमना मार ले।”

दोपहर के खाने के बाद डिन ने कुछ छुरियाँ लीं, गोश्त के लिए एक थैला लिया और खून के लिए एक बर्तन ले कर अपने भाई के पास गई, ताकि वह अपना कर्तव्य निभा सके, फिर डिन वापस सब्जी के खेत में चली गई।

“लगता है तुम्हें ऑमलेट पसंद आया, हेंग, है ना?”

“हाँ, यह पौष्टिक था। बहुत सारा मांस, ढेर सारा प्रोटीन।”

उस सारी शाम वान हेंग के आस पास ही, सब्जियाँ काटती, नामपीक सॉस बनाती और मंडराती रही, लेकिन हेंग ने उसके बाद एक शब्द भी नहीं कहा। वह स्पष्ट रूप से इतने दिनों बाद ठोस भोजन करने के बाद दोपहर का विश्राम कर रहा था, या संभवतः दोपहर की स्वास्थ्यवर्धक झपकी ले रहा था।

शाम को सबसे पहले डिन अगले चौबीस घंटों के लिए टोकरी भर सब्जियाँ और बूटियाँ ले कर घर वापस लौटी। डेन थोड़ी देर बाद आया और अपनी माँ को अच्छी तरह टुकड़े किए हुए गोश्त का थैला और मारी हुई बकरी से निकाले हुए खून का बर्तन दिया।

“मैं अभी जा कर इस चमड़े पर नमक लगाऊँगा, माँ, ठीक है? मैं ने इसे पहले ही खुरच लिया है, जैसा मुझे डैड ने सिखाया था। मैं बीस मिनट में वापस आऊँगा।”

“जल्दी करने की कोई ज़रूरत नहीं है, हमारे पास बहुत समय है। तुम उस बकरी को काटने के बाद मेज़ पर आने से पहले नहा ज़रूर लेना।”

“हाँ, माँ।”

“हम्म, मिल्कशेक, मुझे बढ़िया मिल्कशेक की महक आ रही है…..” हेंग उत्तेजना में बड़बड़ा रहा था।

“हाँ, हेंग, मिल्कशेक…… मॅड बाद में तुम्हारे पीने के लिए मिल्कशेक बना रही है, लेकिन पहले तुम्हारी बुआ के आने के बाद हम रात का खाना खाएँगे।”

वान डिन से फुसफुसाई, “मुझे विश्वास है कि वह बकरी का खून और मांस सूंघ सकता है। देखो उसकी नाक किसी डायन की तरह फड़क रही है। कौन विश्वास करेगा कि एक सप्ताह पहले हम इस तरह रह रहे होंगे।”

वान ने बचा हुआ मांस फ्रीजर में रख दिया और फिर हेंग की चॉपों को इतनी दूर ले गई कि उनकी महक उसे परेशान न कर सके और फिर अपने रोज़मर्रा के कामों में लग गई। हेंग चाबी वाले खिलौने की तरह वापस सो गया, जैसे उसमें चाबी भर दी गई हो।

पौने सात बजे वान ने कटी हुई सब्जियाँ पानी से निचोड़ने के लिए निकालीं, एक बाल्टी में आग जलाई, जिस पर वे मेज़ पर रखे एक पुराने कंक्रीट के ब्लॉक पर खाना पकाते थे, और उसमें कोयले के कुछ और टुकड़े डाले। आज वे बच्चों का पसंदीदा सूअर का भुना मांस बनाने वाले थे।

बारबेक्यू का उपकरण साधारण, लेकिन प्रभावशाली था। यह एक धातु की प्लेट थी, जो एक पुराने फैशन के ऑरेंज जूसर के जैसी दिखती थी। हंडे में सब्जियाँ उबालने के लिए पानी भर दिया और मांस को भूनने के लिए चावल की स्पेघेटी और पिनाकल था। परिणाम स्वरूप सबने अपना अपना खाना बनाया और उसे दूसरों के लेने के लिए हंडे के ऊपर रख दिया, इस प्रकार यह एक सामाजिक भोज था।

जब सात बज कर दस मिनट पर डा पहुंची, तो वान ने डिन को घर के अंदर रखे फ्रिज में से मांस निकालने भेजा। जब वह मेज़ से दस गज़ की दूरी पर थी, हेंग फिर से ‘जीवित’ हो गया, उसकी नाक फड़कने लगी।

“म्म्म्म, मिल्कशेक!”

“नहीं, हेंग, मिल्कशेक बाद में, अभी तुम्हें मेमने के चॉप मिलेंगे।”

“म्म्म्म, मेमने के चॉप, बढ़िया, अधपके……”

डा मंत्रमुग्ध थी और सब दिमाग़ में बैठा रही थी।

जब वान ने मांस को बारबेक्यू पर रखा, हेंग ने कम होते जा रहे उजाले में अच्छी तरह देखने के लिए अपने चश्मे उतार दिये। उसकी आँखें आग के लाल प्रकाश स्तंभों के जैसी दिख रही थीं, जो बच्चों को डर और दुर्बोधता की वजह से काँपने को मजबूर कर रही थीं।

वहाँ मौजूद कोई भी कहता कि उबलती सब्जियों और पकते मांस की सुगंध लाजवाब थी, लेकिन वह हेंग था, जो सबसे पहले बोला।

“अब मेमने की महक बढ़िया लग रही है! खून को जलाओ मत। हेंग को मांस कम पका हुआ चाहिए….. सब्जियाँ नहीं, महक भयानक है।”

“हाँ, हेंग, मुझे पता है, कम पका, लेकिन कच्चा नहीं। यह अभी कच्चा है, तुम्हें इसे थोड़ा और समय देना चाहिए।”

नहीं, मॅड, मैं ऐसे ही खाऊँगा। इसमें से अभी बहुत अच्छी सुगंध आ रही है, लेकिन हर मिनट महक कम हो रही है। मुझे अपना अभी चाहिए।

“अच्छा, हेंग, जैसा चाहो, वैसा खाओ। क्या तुम्हें अपने चॉप के साथ थोड़ी सब्जियाँ या स्पेघेटी चाहिए?”

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