Owen Jones - अस्वीकृत стр 3.

Шрифт
Фон

वे जानते थे कि कुछ तो गड़बड़ है, क्योंकि कड़ाके की ठंड में भी घर में सबसे पहले उठने वाला वही होता था। उन्होंने मच्छरदानी से झांक कर उसके मृत-तुल्य सफ़ेद चेहरे को देखा और चिंतित होते रहे, जब तक कि उनकी माँ ने उन्हें बाहर नहीं भगा दिया।

“डिन, हम पर एक एहसान करो, प्यारी। मुझे तुम्हारे पिता अच्छे नहीं लग रहे हैं, इसलिए जल्दी से नहा लो और जा कर देखो कि क्या बुआ के पास हमें बताने के लिए कुछ है? मेरी अच्छी बच्ची। अगर वह अभी तैयार नहीं है, और मैं जानती हूँ कि हम जल्दी कर रहे हैं, तो उनसे पूछ्ना कि क्या वे अपने प्यारे भतीजे के लिए कुछ विशेष प्रयास कर सकती हैं? इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, क्या तुम ऐसा करोगी?”

डिन रोने लगी और नहाने भाग गई। “माफ करना प्यारी, मैं तुम्हें परेशान नहीं करना चाहती थी।” वह अपनी बेटी पर पीछे से चिल्लाई।

जब पंद्रह मिनट बाद वह अपनी दादी के घर पहुंची, तो बूढ़ी तांत्रिक कपड़े बदल कर तैयार थी और घर के सामने बड़ी सी मेज़ पर बैठ कर चावल का शोरबा पी रही थी।

“शुभप्रभात, डिन, तुम्हें देख कर बहुत अच्छा लगा, क्या तुम एक प्याला शोरबा पीना चाहोगी? यह मज़ेदार है।”

डा अपनी भतिज-पोती और विशेष रूप से डिन पर स्नेह रखती थी, लेकिन जब उसने सुना कि उसे क्या पूछना था, तो वह यह कहने से खुद को रोक नहीं सकी कि उसकी माँ चौबीस घंटों के भीतर इस तरह के उचित निदान के बारे में बहुत कुछ पूछ रही थी।

“वह तुम्हारी माँ! ठीक है, हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं…..तुम्हारे पिता ठीक नहीं लग रहे, है ना?”

“हाँ बुआ डा, वह किसी शव की तरह सफ़ेद पड़ गए हैं, लेकिन हमें नहीं लगता कि वे मर चुके हैं…..जब मैं वहाँ से निकली तो माँ यह देखने के लिए कि क्या वे प्रतिक्रिया करते हैं, उन को पिन चुभा रही थी। लेकिन मैं ने परिणाम जानने के लिए प्रतीक्षा नहीं की। मैं नहीं चाहती कि पा मर जाएँ, बुआ डा, कृपा कर के उन्हें बचा लीजिये।”

“मैं जो कर सकती हूँ वह करूंगी, बेटे, लेकिन जब बुद्ध बुलाते हैं, इस दुनिया में ऐसा कोई नहीं है, जो ‘ना’ कह सके, लेकिन हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं। मेरे साथ आओ।”

डा आगे-आगे चलते हुए अपने पूजागृह में गई, एक मोमबत्ती जलाई और दरवाजा बंद कर लिया। वह उम्मीद कर रही थी कि डिन उसके “पुराने तरीकों” में रुचि लेगी जबकि अभी वह उतनी युवा थी कि उसे सिखा सके, क्योंकि वह जानती थी कि यदि यह काम ली परिवार में रखना है तो किसी न किसी दिन उसे एक उत्तराधिकारी की आवश्यकता पड़ेगी।

उसने फर्श पर प्रश्नकर्ता के आसन की ओर इशारा किया और डिन बैठ गई, फिर उसने डिन के सामने बैठने से पहले झोपड़े में चारों ओर घूमते हुए प्रार्थनाए कीं, मंत्र पढे और कुछ और मोमबत्तियाँ जलाईं। डिन अपनी गोद में रखे हुए अपने प्याले की तरह मुड़े हुए हाथों को घूर रही थी।

डा ने अपनी भतीजी को देखा, अपने शरीर से हो कर गुजरने वाले एक हल्के से कंपन को महसूस किया, कुछ सेकंड के लिए अपनी अंजुरी को देखा और फिर उसने फिर से डिन को देखा।

“तुम दूसरों के बारे में सलाह लेने आई हो? कृपया अपना प्रश्न पूछो?” डा ने कहा, लेकिन एक गहरी, अंधेरी, कर्कश आवाज में, जो उस झोपड़ी के बाहर किसी ने नहीं सुनी थी।

इस रूपान्तरण ने डिन को चौंका दिया, जैसा कि हमेशा होता था जब उसकी बुआ एक समाधिस्थ अवस्था में चली जाती थी और किसी अन्य शक्ति को अपने शरीर पर नियंत्रण दे देती थी। यह इतना अधिक नहीं होता था कि उसका चेहरा बदल जाए, हालांकि यह हुआ, उसका पूरा शरीर सूक्ष्म रूप से बदल गया, उसी तरह से जैसे कि एक अभिनेता या एक प्रतिरूपणकर्ता अपने चरित्र को निभाने के लिए अपना रूप बदल सकता है, लेकिन यह इससे अधिक था। यह ऐसा था मानो डा के अन्तर्मन को किसी और से बदल दिया गया हो, जिससे वह न केवल अलग दिखती थी, बल्कि उसकी आवाज़ भी बदल जाती थी।

डिन ने बूढ़ी ओझा को देखा, जो अब उसकी बुआ नहीं थी।

“ओझा, मेरे पिता बहुत बीमार हैं। मैं जानना चाहती हूँ कि क्या समस्या है और हम इसके बारे में क्या कर सकते हैं?”

“हाँ, तुम्हारा पिता, जिसे तुम ‘पा’ कहती हो।”

वह आवाज़, जो उसकी बुआ उस समय निकाल रही थी, एक आदमी की थी, उसने पिछले दिन हेंग के छोड़े हुए प्रत्येक बंडल पर हाथ रखा और अपनी आँखों को बंद कर लिया। फिर डिन ने एक लंबा विराम और एक इतना गहरा सन्नाटा महसूस किया, कि वह चींटियों को उस कठोर मिट्टी के फर्श पर चलते हुए सुन सकती थी।

डिन इस से पहले भी इस तरह के एक दर्जन सत्र कर चुकी थी, हालांकि वे किसी इतनी गंभीर बात के लिए नहीं थे, जितनी कि यह थी। उसने एक बार पेट की एक शिकायत के बारे में पूछा था, और कुछ साल पहले अपने मासिक धर्म के बारे में और हाल ही में उसने पूछा था कि क्या जल्द ही उसकी शादी होगी। वह व्यवस्था से नहीं, केवल परिणाम से डर रही थी, लेकिन वह जानती थी कि वह केवल बैठ कर निरीक्षण कर सकती है और इंतजार सकती है, क्योंकि उसे यह आकर्षक लग रहा था।

ओझा ने धीरे से उस पार्सल को खोला, जिसमें पत्थर था, उसका बारीकी से निरीक्षण किया, उसे सूंघा और उसे वापस केले की पत्ती पर रख दिया, फिर वह पत्ती उठाई, जिसमें काई थी और अपने सामने की चटाई पर रखने से पहले उसे सूंघा।

तांत्रिक ने दृढ़ता पूर्वक डिन की ओर देखा और, कुछ मिनट के बाद, बोली।

“वह, जिसके बारे में तुम चिंतित हो, बहुत बीमार है। असल में जब उसने ये नमूने लिए तब वह अपनी मृत्यु के काफी नजदीक था, लेकिन वह अभी मरा नहीं है…..उसके कुछ आंतरिक अंग, विशेष तौर से वे, जो रक्त को स्वच्छ करने का काम करते हैं, बहुत बुरी अवस्था में हैं….. जिन्हें तुम कहते हो, मुझे लगता है, थाई में किडली, ने काम करना बिलकुल बंद कर दिया है और जिगर भी तेज़ी से खराब होता जा रहा है।”

“इस का अर्थ है कि मृत्यु सन्निकट है। इसका कोई ज्ञात इलाज नहीं है।”

तांत्रिक फिर से थरथराई, और उसका आकार वापस बुआ डा के जैसा हो गया, जिसने कई बार आँखें झपकाईं और थोड़ा कसमसाई जैसे उसने कोई पुरानी तंग पोशाक पहनी हो और अपनी आँखें मसलीं।

“यह अच्छी खबर नहीं थी, है ना बच्चे? तुम जानती हो कि जब मुझ पर सवारी आती है, मैं हमेशा हर चीज़ नहीं सुन पाती, लेकिन मुझे यह कहीं कहीं से सुनाई पड़ी और मैं तुम्हारे चेहरे को देख कर बता सकती हूँ कि तुम्हारे पिता के साथ कुछ बुरा होने वाला है।”

“आत्मा ने कहा कि पा निश्चित तौर पर जल्दी ही मर जाएंगे, क्योंकि खराब गुर्दों और जिगर का कोई इलाज नहीं है…..”

“मुझे माफ करना, डिन, तुम जानती हो कि मैं तुम्हारे पिता से बहुत स्नेह रखती हूँ…..देखो, मैं तुम्हें बताती हूँ कि क्या है, मैं ने आत्मा के प्रवेश के अलावा सालों के अनुभव से कुछ पैंतरे भी सीखे हैं। आओ हम इस पर नज़र डालते हैं….. हाँ, पत्थर….. देखो, तुम्हारे पिता ने इस पर कहाँ थूका था? कोई निशान नहीं है! इसका अर्थ है कि उसके थूक में कोई नमक नहीं था, कोई नमक नहीं, कोई खनिज नहीं, कोई विटामिन नहीं, कुछ भी नहीं, केवल पानी।”

“अब काई,” उसने उसे थोड़ी दूरी रख कर सूंघा और फिर उसे अपनी नाक के नजदीक लाई। “बिलकुल वही! इसे सूँघो!” उसने इसे सूंघने के लिए डिन की ओर बढ़ाया, लेकिन डिन को अपने पिता का पेशाब सूंघने की कोई इच्छा नहीं थी।

“चलो सूँघो, यह तुम्हें काटेगा नहीं!” डा ने कहा। डिन ने वैसा ही किया जैसा उसने कहा था।

“कोई गंध, नहीं है, केवल काई जैसी गंध है।”

“बिलकुल! आदमियों के पेशाब को अगर लपेट कर रख दिया जाए तो वह बिल्लियों के पेशाब की तरह महकता है, लेकिन तुम्हारे पिता का नहीं महकता। इसलिए इसमें सड़ने के लिए कोई मांस है ही नहीं, इसलिए तुम्हारे पिता का पेशाब भी पानी है।”

“तुम रक्त के स्थान पर पानी से अधिक समय तक नहीं जी सकती, है ना? यही कारण है, है ना? तुम्हारा रक्त शरीर के चारों ओर से अच्छाई लेता है, लेकिन तुम्हारे पिता को कुछ भी नहीं मिला है, और यही कारण है कि वह इस समय इतना कमजोर है!”

“तुम अब घर जाओ, देखो, कहीं हमें बहुत देर न हो गई हो, और यदि वह अब भी हम लोगों के साथ है तो वापस आ जाओ और मुझे अपने उस स्कूटर पर ले चलो। अब जाओ, जल्दी करो!”

डिन लगभग उड़ते हुए दरवाजे से बाहर निकली और घर की ओर भागी।

जब डिन अपने पिता की जांच करने के लिए गई हुई थी, डा ने वहाँ जाने की तैयारी की, क्योंकि वह दिल ही दिल में जानती थी कि हेंग अभी मरा नहीं है, कुछ भी हो, पूरी तरह से नहीं। उसने कुछ बूटियाँ लीं और उन्हें एक थैले में रखा, अपने मुंह पर पानी के छींटे मारे और संभावित मोटर साइकिल की सवारी में उड़ने वाली धूल से बचने के लिए एक स्कार्फ से अपने बालों को बांध लिया। फिर वह बाहर आ कर अपनी भतीजी की प्रतीक्षा करने लगी।

डिन कुछ मिनटों के बाद धूल का बादल उड़ाती हुई आ पहुंची।

“जल्दी करो बुआ, माँ ने जल्दी आने के लिए कहा है, क्योंकि वह मरने ही वाले हैं।”

डा ने स्कूटर की साइड-काठी लगाई, जैसा कि एक महिला को शोभा देता था और वे चल पड़ीं, जबकि डिन के लंबे बाल उसके झुर्रियों वाले बूढ़े चेहरे पर दर्दनाक ढंग से कोड़े बरसा रहे थे और वह उनसे बचने की कोशिश कर रही थी। जैसे ही वे पहुंचे, डा कुलांचे भरती हुई चली, जो कि उसकी उम्र के लिहाज से काफी फुर्तीली थी, और घर में घुस गई।

“इतनी जल्दी आने के लिए बहुत धन्यवाद बुआ डा, वह शयनकक्ष में है।”

“हाँ, मेरा अंदाज़ा था कि वह बिस्तर पर होगा, अपनी प्यारी बकरियों के साथ नहीं!” उसने मच्छरदानी उठाई और लकड़ी के फर्श पर बिलकुल उसके सिर के पास बैठ गई। पहले उसने उसकी त्वचा को देखा, फिर उसके बालों और होंठों को और अंत में उसने उसकी आँखें खोलीं और उनमें झाँका।

“हम्म, समझी…. मुझे उसके पैर दिखाओ!” वान ने जल्दी से उसके पैर खोल दिये, फिर डा उन्हें दबाने और उनका नजदीकी से मुआइना करने के लिए उन पर झुक गई।

“हम्म, मैंने पहले कभी भी खून में मांस की कमी का ऐसा गंभीर मामला नहीं देखा। क्या तुम मुझे अपने बच्चों को यह बताने की अनुमति दोगी कि कुछ समय के लिए क्या करें? अच्छा, मैं जल्द ही लौटूंगी, अपने पति के सिर को कुछ तकियों की सहायता से ऊपर उठाओ,, मैं डिन को तुम्हारी मदद करने के लिए भेजती हूँ, जबकि डेन बाहर मेरी मदद करेगा।”

“हाँ बुआ, क्यों नहीं। मेरे प्यारे हेंग की सहायता के लिए कुछ भी करूंगी।”

“ठीक है, चलो देखते हैं कि हम क्या कर सकते हैं, है ना?” और इसके साथ ही वह उठ गई और सीढ़ियों से नीचे उतर आई।

“डिन, जाओ और अपनी माँ की सहायता करो, डेन, मेरे साथ आओ, हम सभी को तेजी से और सटीकता से काम करना पड़ेगा।”

डिन तेज़ी से चली गई और डेन ने पूछा कि वह सहायता करने के लिए क्या कर सकता है।

“जाओ और मुझे जो तुम्हारे पास सबसे ताकतवर जवान मुर्गा हो, वह ला कर दो! जल्दी, लड़के!”

जब वह अपने बगल में एक मुर्गे को दबा कर लाया, तो डा ने उससे यह ले लिया। “अब अपने सबसे मजबूत नर बकरे को एक खूँटे पर इतनी कसकर बांधो कि वह एक इंच भी न हिल सके - बैठे या खड़े रहना मेरे लिए सब समान है।”

डेन शीघ्रता से चला गया, और डा मेज़ के किनारे पर टिक गई, मुर्गे का गला काटा, इसका खून एक कटोरे में निकाला, इसके निर्जीव शरीर को मेज़ पर रखी सब्जी की डलिया में उछाल दिया और फिर जल्दी से ऊपर चली गई।

“डिन,” उसने पहुँचने पर कहा, “क्या तुम्हारे पास फ्रिज में थोड़ा बकरी का दूध, या किसी भी तरह का दूध है? अगर नहीं है तो एक बर्तन लो और ताज़ा निकाल लाओ, प्लीज़, लड़की।”

उसे जल्दी करने के लिए कहने की आवश्यकता नहीं थी, वह चली गई थी।

“हाँ तो, वान, क्या वह जाग रहा है?”

“वास्तव में नहीं, बुआ, थोड़ा-थोड़ा।”

“ठीक है, तुम उसकी नाक बंद कर दो और मैं उसके गले से यह खून डाल दूंगी।” उसने उसके बंद जबड़े को अपने अंगूठे और मध्य उंगली से दबा कर खोला, उसके सिर को पीछे धकेला और उसके गले में मुर्गे के रक्त के कुछ घूंट डाले। डा का अनुमान था कि हेंग डीजल पर चलने वाली एक पेट्रोल कार की तरह दौड़ पड़ेगा कि लगभग आधा सही तरीके से नीचे चला गया था।

हेंग ने अपनी आँखें ज़रा सी खोलीं।

“तुम दोनों बूढ़ी डायनें मेरे साथ क्या कर रही हो?” वह फुसफुसाया, “यह भयानक था!”

“आह, मुझे लगा ही था,” डा ने और डालते हुए कहा, “बहुत सही, उसे इस पर ध्यान देने की जरूरत है।”

जब डिन आई तो उसने कहा, “हमारी बेहतरीन बकरी फ्लावर का ताज़ा दूध, यह अभी भी गर्म है।”

डा ने इसे ले लिया, इसे बचे हुए खून में आधा-आधा मिला दिया और उसे हेंग के गले में उतार दिया, परिणाम वही हुआ, लेकिन थोड़े अधिक प्रतिरोध के साथ।

“इसे देखो!” उसने दावा किया, “वह पहले ही ताकतवर होता जा रहा है! हेंग हमसे लड़ने की कोशिश कर रहा है, वह प्रतिरोध कर रहा है। शायद वह अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।”

“ठीक है! वान, तुम दूध पिलाना जारी रखो, लेकिन इस का आधा हिस्सा बचा कर रखना मैं कुछ मिनटों में वापस आती हूँ।”

वह नीचे गई और उसने डेन को बुलाया।

“क्या वह बकरा तैयार है?”

“हाँ, बुआ, वह यहाँ है।”

“बहुत बढ़िया, मेरे साथ आओ।”

डा ने अपने बेहद तेज़ छोटे चाकू से बकरे की जुगुलर नस में छेद किया कुछ सौ मिलीलीटर पंप किया।

“देखा मैं ने यह कैसे किया, लड़के? याद रखने की कोशिश करना, क्योंकि मैं समझती हूँ कि अब से तुम्हें यह हर रोज़ करना होगा।”

वे दोनों ऊपर गए, जहां वे हेंग को अपनी पत्नी और बेटी के साथ बात करते हुए देख कर आश्चर्यचकित हो गए, जैसा अस्पताल का एक मरीज एक सामान्य संवेदनाहारी लेने के बाद कर सकता है - मदहोश, कमजोर और संकोची, लेकिन सुसंगत।

डा ने बकरे का रक्त बाक़ी बचे दूध में मिलाया, लेकिन पहले उसे शुद्ध पदार्थ पीने का प्रयास करने के लिए दिया।

“ओह, बुआ, यह घिनावना है! ओह प्रिय….”

“तो यह चखो,” उसने उसे गुलाबी द्रव का एक गिलास पकड़ाते हुए कहा।

“हाँ…. यह काफी अच्छा है…. यह क्या है? मैं इससे पहले ही काफी अच्छा महसूस करने लगा हूँ।”

हेंग ने इसे व्यग्रता से पी लिया।

“यह, अ, जड़ी बूटियों का मिल्क शेक है….. अच्छा है ना?”

“हाँ, बुआ, बहुत अच्छा है…. तारो-ताज़ा कर देने वाला। क्या और है?”

वान ने बूढ़ी तांत्रिक को देखा, जिसने हाँ में सिर हिलाया। वान ने एक और गिलास भरा और अपने पति की इसे पीने में सहायता की।

“ओह, मुझे खुशी है, हेंग,” उसने कहा, “मुझे लगता है कि इस मिल्क शेक में हमें तुम्हारी अवस्था का समाधान मिल गया है, हालांकि मुझे विश्वास है कि हम इसे अभी और बेहतर बना सकते हैं। शायद समय समय पर हम इसका स्वाद बढ़ाने के लिए और भी सामग्री ढूंढ लें, ताकि यह नीरस न हो जाए, है ना?”

“हाँ, बुआ, मुझे पता था कि आप मेरे लिए इससे गुजरेंगी।”

“मेरे परिवार के लिए कुछ भी, तुम्हारी सहायता करने में सक्षम होना मेरे लिए खुशी की बात है।” उसने जवाब दिया और एक वास्तविक, लेकिन दुर्लभ मुस्कुराहट बिखेरी।

उसने बाक़ी का रक्त और दूध में कुछ जड़ी बूटियाँ मिला कर लगभग डेढ़ पाव मिल्क शेक बनाया और फिर कहा:

“हेंग, मुझे लगता है कि तुम्हें अब आराम करना चाहिए। देखो, यहाँ बाद में पीने के लिए थोड़ा मिल्क शेक है, और मैं अभी नीचे तुम्हारे परिवार को इसे बनाना सिखा दूँगी, ठीक है? परेशान मत हो। अगर मेरी ज़रूरत पड़े तो मुझे फोन करना। अभी के लिए विदा और जल्दी से ठीक हो जाओ।”

जब सभी लोग बगीचे की बड़ी सी मेज़ पर आराम से बैठ गए, और वान ताज़े फलों और ठंडे पानी का नाश्ता ले आई, तो डा ने पारिवारिक बैठक पर नियंत्रण कर लिया।

जैसा मैं ने पहले कहा था, मैं ने इस के जैसा गंभीर मामला इससे पहले कभी नहीं देखा, लेकिन ऐसा लगता है कि मेरे अनुभव और आत्मा के निर्देश ने मुझे सही हल सुझाने में सहायता की है।

हालांकि, अब तक मैं ने केवल वही उपाय किए हैं, जिन्हें तुम आपातकालीन संसाधन कह सकते हो। इसका सामना करते हैं, हमने हेंग को जानवरों का खून पिलाया है, जो वैसी चीज़ें नहीं खाते, जैसी हम मनुष्य खाते हैं, तो उसमें कुछ जैविक पदार्थों की अब भी कमी रहेगी।

“हमें वास्तव में जो करने की आवश्यकता है, वह यह कि उसे उन जानवरों के खून की नियमित आपूर्ति होती रहे, जो वह खाते हैं, जो हम इंसान खाते हैं। जितना अच्छा मिलान होगा, उतना ही हेंग के लिए बेहतर होगा।”

Ваша оценка очень важна

0
Шрифт
Фон

Помогите Вашим друзьям узнать о библиотеке

Скачать книгу

Если нет возможности читать онлайн, скачайте книгу файлом для электронной книжки и читайте офлайн.

fb2.zip txt txt.zip rtf.zip a4.pdf a6.pdf mobi.prc epub ios.epub fb3